एम.एल.एम. भाग-4
पिछले लेख में हमने पढ़ा था कि एम.एल.एम. कंपनी में जब तक व्यक्ति रहता है तब तक उसे क्रियाशील रहना पड़ता है। अगर वह निष्क्रिय हो गया या उसने एम.एल.एम. में काम करना छोड़ दिया तो उसकी आय रोक दी जाती है। इसलिए एम.एल.एम. कंपनी का जो स्वरूप दिखाया जाता है, वह गलत है। एम.एल.एम. कंपनी में जो अंतिम स्तर पर जुड़ता है वह भी कुछ कमा नहीं पाता है। इसलिए एम.एल.एम. कंपनी का स्वरूप इस तरह का होना चाहिए कि अंतिम स्तर तक सबकी इनकम हो सके। एम.एल.एम. कंपनी इस तरह के प्रयोग कर रही है कि अंतिम स्तर पर जुड़ने वाले व्यक्ति भी अपनी इनकम कर सकें। अगर वह अपनी टीम को बढ़ाता है तो भी अपनी इनकम बढ़ा सकें। यह एक प्रकार की उत्तम प्रकार की कंपनी होगी।
एम.एल.एम. कंपनी के बारे में अगर यह कह सकते हैं कि कंपनी लोगों को जोड़ कर अपना फायदा करने में लगी रहती है तो यह गलत नहीं है। परंतु लोगों का फायदा ना हो यह भी संभव नहीं है। वह किसी भी प्रश्न का उत्तर देने से पहले ट्रेनिंग लेते हैं। ट्रेनिंग में प्रश्नों के उत्तर का देना सिखाया जाता है। वे प्रश्नों के उत्तर देने की तकनीक सीख लेते हैं परंतु लोगों का विश्वास सिर्फ तभी आ सकता है जब उनको आय/इनकम आए। लोगों को इनकम का कोई विश्वास नहीं होता। इसलिए अधिकतर लोग इनके बारे में सुनते नहीं है। लोगों का यह रुझान भी सही है क्योंकि आए दिन कोई ना कोई एम.एल.एम कंपनी के बारे में प्रस्ताव लेकर आता है और हर प्रस्ताव से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह भी उसी प्रकार की कंपनी है। इसमें भी इनकम का कोई साधन नजर नहीं आ रहा।
इनकम का साधन कैसे खोजें: अगर एम.एल.एम. कंपनी में यह सब गुण हो तो हम कह सकते हैं कि एम.एल.एम. कंपनी अच्छी है।
एम.एल.एम. कंपनी में कोई उत्पाद ना बेचा जाएः अक्सर देखा जाता है कि एम.एल.एम. कंपनी अपना उत्पाद अपने टीम के मेंबर्स को सदस्यों को बेचती है और उसे बेचकर मोटा कमीशन पूरी टीम में बांट दिया जाता है। अगर कंपनी उत्पाद बेचने वाली है तो ऐसी कंपनी में ना जाए क्योंकि हर किसी को सेल करना नहीं आता। अगर वह कहें कि टीवी में देखो सभी तो बेचने में लगे हुए हैं तो यह भी सीखा जा सकता है। परंतु यह भी सच है कि यह इतना आसान नहीं है - उत्पाद को बेचना। वह भी एक-एक करके लोगों के पास जाकर। जबकि लोग पहले से ही कोई उत्पाद प्रयोग कर रहे हैं, जिनके वह आदी हो चुके हैं तो ऐसे ऐसे हालात में उनका दो तरह का उत्पाद खरीदना मजबूरी बन जाएगा। एक तो इनकम के लिए और एक उनके अपने प्रयोग के लिए। इस तरीके से अगर वह इनकम कमाना चाहते हैं तो उनके खर्च बढ़ जाएंगे और उनको बहुत नुकसान होगा
टीम बढ़ाने पर जोर ना देनाः अगर एम.एल.एम. कंपनी सिर्फ सदस्य जोड़ने पर काम करती है तो इसका अर्थ यह हो गया कि वह क्वांटिटी पर जोर दे रहे हैं ना की क्वालिटी पर। अगर क्वालिटी अच्छी होगी तो उनकी सेल अपनी आप अच्छी होती है। इसलिए जहाँ क्वांटिटी पर जोर दिया जाता है, ऐसी जगह पर जाने पर आपको नुकसान होगा।
टीम बढ़ाने का प्रयास करना है: अगर नेटवर्क में अच्छा चल ट्रेनिंग ली होती अगर लोगों के पीछे ना पड़ता कि ज्वाइन कर लो इसमें आपका फायदा है और लाइव टाइमिंग कम लाइफ टाइम इनकम यह सच है कि ठीक बढ़ाना जरूरी है परंतु किसी के पीछे पड़ जाना यह बेकार कंपनी का संकेत है ऐसी कंपनी को कभी जॉइन ना करें
जो आपके पैसे को वैल्यू दे: अधिकतर नेटवर्क कर लोगों के पास कोई प्लान लेकर जाते हैं और आशा करते हैं कि वह तुरंत ही ज्वाइन कर लेंगे। उनका काम किसी भी तरह लोगों से पैसे निकलवा कर जोइनिंग करवाना होता है। वह अपनी बात को अडे़ रहते हैं। परंतु यह भी सच नहीं है कि वह हमारे पैसों को कोई वैल्यू ही देते हैं। उनका लक्ष्य सिर्फ अपने लगाए हुए पैसे को रिकवर करने के लिए ज्वाइनिंग करवाना रहता हैं। उनका इस तरह का रुझान कि पैसे निकाल लो, अभी निकालो, अभी ज्वाइन कर लो। मेरे पास दो जॉइनिंग और आ रही है। आप उनके ऊपर टॉप में हो जाओगे और उनकी इनकम भी आपको आएगी। यह सब झूठ है ऐसा कुछ नहीं होता। एक तरीके से दवाब देकर आप से पैसे निकलवाने पर जोर देते हैं कि तुरंत जॉइनिंग कर लो, आगे आने वाली टीम का आपको फायदा मिलने वाला है। एम.एल.एम. कंपनी दूसरों के द्वारा जोडी़ गई डाउनलाइन का फायदा किसी को नहीं दिया है। एम.एल.एम. कंपनी फायदा तभी देती है जब कोई अपनी डाउनलाइन खुद से जोड़ता है। इसलिए ऐसी कंपनी में नहीं जाना चाहिए जो हमारे पैसे को वैल्यू ना दे, सिर्फ ज्वाइनिंग पर जोर देते हैं।
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